शुक्रवार 19 दिसंबर 2025 - 13:03
मशहद; पाँचवीं अंतरराष्ट्रीय अरबईन कॉन्फ़्रेंस संपन्न अरबईन पूरी तरह एक जन आंदोलन है। मुकर्रेन

हौज़ा / ईरान की अरबईन समिति द्वारा आयोजित पाँचवीं अंतरराष्ट्रीय अरबईन सांस्कृतिक कॉन्फ़्रेंस की समापन सभा मशहद-ए-मुक़द्दस में आयोजित हुई, जिसमें कई देशों से मेहमान आमंत्रित किए गए।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,ईरान की अरबईन समिति द्वारा आयोजित पाँचवीं अंतरराष्ट्रीय अरबईन सांस्कृतिक कॉन्फ़्रेंस की समापन सभा मशहद-ए-मुक़द्दस में आयोजित हुई, जिसमें कई देशों से मेहमान आमंत्रित किए गए।इस समापन समारोह में विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों और अतिथियों ने भाग लिया।

कॉन्फ़्रेंस के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए ईरानी संसद के स्पीकर ने कहा कि अरबईन-ए-हुसैनी इस्लामी मूल्यों, धार्मिक चेतना और सामाजिक समरसता के प्रसार का एक प्रभावी माध्यम बन चुका है, जो उम्मत-ए-मुस्लिमा को एकता, त्याग और हक़ परस्ती का व्यावहारिक संदेश देता है।

मशहद; पाँचवीं अंतरराष्ट्रीय अरबईन कॉन्फ़्रेंस संपन्न अरबईन पूरी तरह एक जन आंदोलन है। मुकर्रेन

पाँचवीं अंतरराष्ट्रीय अरबईन सांस्कृतिक कॉन्फ़्रेंस की समापन सभा को संबोधित करते हुए ईरान की अरबईन समिति के प्रमुख ने कहा कि क्षेत्र में तनावपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद इस वर्ष ईरान और इराक़ में इतिहास का सबसे सुरक्षित अरबईन आयोजित हुआ।

ईरानी गृह मंत्रालय और सुरक्षा मामलों के उप-मंत्री तथा केंद्रीय अरबईन समिति के प्रमुख अली अकबर पूर जमशीदियान ने कॉन्फ़्रेंस के आयोजकों का धन्यवाद करते हुए कहा कि अरबईन एक महान जन-आधारित, सांस्कृतिक और वैश्विक आंदोलन है, जिसकी रणनीतिक अहमियत को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।

मशहद; पाँचवीं अंतरराष्ट्रीय अरबईन कॉन्फ़्रेंस संपन्न अरबईन पूरी तरह एक जन आंदोलन है। मुकर्रेन

उन्होंने कहा कि अरबईन मार्च एक सांस्कृतिक आंदोलन है, और इससे जुड़ी सभी सेवाओं, सुरक्षा तथा प्रशासनिक व्यवस्थाओं को सांस्कृतिक दृष्टिकोण के साथ जोड़ा जाना चाहिए। यही नीति ईरान की केंद्रीय अरबईन समिति की है, जिस पर इराक़ में भी गंभीरता से अमल किया जा रहा है।

जनाब पूर जमशीदियान ने कहा कि अरबईन पूरी तरह एक जन-आंदोलन है और सरकारों की भूमिका केवल प्रशासनिक मामलों तक सीमित है।

मशहद; पाँचवीं अंतरराष्ट्रीय अरबईन कॉन्फ़्रेंस संपन्न अरबईन पूरी तरह एक जन आंदोलन है। मुकर्रेन

कॉन्फ़्रेंस के अंतिम दिन 11 विभिन्न समितियों की बैठकें आयोजित की गईं, जिनमें भविष्य की नीति-निर्धारण और अरबईन से संबंधित व्यावहारिक क़दमों पर निर्णय किया गया।

इन समितियों में लगभग 300 सांस्कृतिक, शोध, मीडिया और प्रशासनिक विशेषज्ञों ने भाग लिया, जिनमें ईरान और अन्य देशों से आए अतिथि शामिल थे।

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